पंचांग ज्योतिषियों और हिंदुओं के लिए एक सामान्य संदर्भ उपकरण है जो शुभ समय, त्योहारों और व्रतों को निर्धारित करने के लिए दिन के ज्योतिषीय पदों का उपयोग करते हैं। हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषियों की मदद से हम आपको अपने जीवन में सर्वोत्तम संभव परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रचलित ग्रहों की स्थिति के आधार पर दिन-प्रतिदिन के कार्यों को करने के लिए हमारे मंच पर दैनिक पंचांग प्रदान करते हैं।
दिन | : बुधवार |
शक संवत | : 1947, विश्ववासु |
विक्रम संवत् | : 2082, कालयुक्त |
नक्षत्र | : मृगशिरा |
योग | : धृति |
पक्ष | : शुक्ल पक्ष |
रितु | : ग्रीष्म |
अयाना | : उत्तरायण |
करण | : बालव (ब्रह्मा ) |
तिथि | शुक्ल द्वितीया, भद्रा तिथि, विधाता कारखाने व अन्य स्थायी प्रतिष्ठानों की नींव रखने के लिए अच्छा है। विवाह व नौकरी प्रारम्भ करने के लिए भी अच्छा है। |
शुभ समय |
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अभिजीत मुहूर्त |
Start : 11:51 End : 12:45 |
अशुभ समय |
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राहुकाल |
Start : 12:18:29 End : 14:01:58 |
गुलिक काल |
Start : 10:35:00 End : 12:18:29 |
यमघंट काल |
Start : 07:08:01 End : 08:51:30 |
बुध | : 5:24 : 6:24 |
चन्द्र | : 6:24 : 7:24 |
शनि | : 7:24 : 8:24 |
गुरु | : 8:24 : 9:24 |
मंगल | : 9:24 : 10:24 |
सूर्य | : 10:24 : 11:24 |
शुक्र | : 11:24 : 12:24 |
बुध | : 12:24 : 13:24 |
चन्द्र | : 13:24 : 14:24 |
शनि | : 14:24 : 15:24 |
गुरु | : 15:24 : 16:24 |
मंगल | : 16:24 : 17:24 |
सूर्य | : 17:24 : 18:24 |
शुक्र | : 18:24 : 19:24 |
बुध | : 19:24 : 20:24 |
चन्द्र | : 20:24 : 21:24 |
शनि | : 21:24 : 22:24 |
गुरु | : 22:24 : 23:24 |
मंगल | : 23:24 : 0:24 |
सूर्य | : 0:24 : 1:24 |
शुक्र | : 1:24 : 2:24 |
बुध | : 2:24 : 3:24 |
चन्द्र | : 3:24 : 4:24 |
शनि | : 4:24 : 5:24 |
लाभ | : 05:24:31 - 07:08:01 |
अमृत | : 07:08:01 - 08:51:30 |
काल | : 08:51:30 - 10:35:00 |
शुभ | : 10:35:00 - 12:18:29 |
रोग | : 12:18:29 - 14:01:58 |
उद्वेग | : 14:01:58 - 15:45:28 |
चर | : 15:45:28 - 17:28:57 |
लाभ | : 17:28:57 - 19:12:26 |
उद्वेग | : 19:12:26 - 20:28:57 |
शुभ | : 20:28:57 - 21:45:28 |
अमृत | : 21:45:28 - 23:01:58 |
चर | : 23:01:58 - 24:18:29 |
रोग | : 24:18:29 - 25:35:00 |
काल | : 25:35:00 - 26:51:30 |
लाभ | : 26:51:30 - 28:08:01 |
उद्वेग | : 28:08:01 - 05:24:31 |