इस दिन प्रदोष काल में माता लक्ष्मी, भगवान गणेश, कुबेर और भगवान धन्वंतरि की विधि-विधान से पूजा की जाती है. धनतेरस के दिन लोग अपनी क्षमता के अनुसार, सोना, चांदी, बर्तन आदि की खरीदारी करते हैं.
1. इस साल दिवाली की 5 प्रमुख तारीखे?
2. धनतेरस कब है?
3. पूजा का शुभ मुहुर्त कब है?
4. धनतेरस खरीदारी मुहूर्त?
5. धनतेरस पर क्या पूजन विधि है?
6. इस दिन क्या खरीदना चाहिए और क्या नहीं खरीदना चाहिए?
7. धनतेरस का महत्व?
इस साल दिवाली की 5 प्रमुख तारीखे –
धनतेरस - शुक्रवार, 10 नवंबर 2023, त्रयोदशी
छोटी दिवाली - शनिवार, 11 नवंबर 2023, चतुर्दशी
दिवाली 2023 (लक्ष्मी पूजा) - रविवार, 12 नवंबर 2023, अमावस्या
गोवर्धन पूजा - मंगलवार, 14 नवंबर 2023,प्रतिपदा
भैया दूज बुधवार, 15 नवंबर 2023, द्वितीय
धनतेरस कब है?
हर बार की तरह साल 2023 में धनतेरस कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को है। इस प्रकार इस साल धनतेरस 10 नवंबर की दोपहर 12:35 बजे से शुरू होगा और 11 नवंबर की दोपहर 01:57 बजे समाप्त होगा। इसी वजह से इस साल धनतेरस 10 नवंबर, शुक्रवार को है. इसे धनत्रयोदशी, धनवंतरि जयंती भी कहते हैं. इस दिन शुक्र प्रदोष व्रत और यम दीपम भी रहेगा. धनतेरस की रात में यम के नाम दीप प्रज्वलति किए जाते हैं. मान्यता है इससे अकाल मृत्यु का भय खत्म होता है.
पूजा का शुभ मुहुर्त कब है?
10 नवंबर को धनतेरस की पूजा की जाएगी. इसके लिए शुभ मुहूर्त शाम 05:47 बजे से शाम 07:43 बजे तक है. इस दिन धनतेरस पूजा के लिए आपको 1 घंटा 56 मिनट का समय प्राप्त होगा. माना जाता है कि, इस मुहूर्त में माता लक्ष्मी, कुबेर, गणेश जी, आदि की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से धन के मार्ग खुलते हैं और आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं.
धनतेरस खरीदारी मुहूर्त?
धनतेरस के दौरान सोना और चांदी खरीदना शुभ माना जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह आपके घर में समृद्धि और सौभाग्य लाता है। धनतेरस के दौरान सोना और चांदी खरीदने का सबसे अनुकूल समय 10 नवंबर 2023 को दोपहर 2:35 बजे से 11 नवंबर 2023 को सुबह 6:40 बजे के बीच है। वहीं अगर आप इस समय से चूक जाते हैं, तब भी आप 11 नवंबर, 2023 को सुबह 06:40 बजे से दोपहर 1:57 बजे के बीच सोना और चांदी खरीद सकते हैं।
धनतेरस पर क्या पूजन विधि है?
अगर आपको धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि, देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर देव की कृपा प्राप्त करनी है, तो आपको ऊपर बताए शुभ मुहूर्त पर पूजा की शुरूआत करना चाहिए। इस दौरान सबसे पहले आपको कुबेर देव और भगवान धन्वंतरि के चित्र की स्थापना करनी चाहिए। साथ ही माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की भी मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। फिर सभी देवी-देवताओं को तिलक लगाएं, पुष्प, फल, मिठाई आदि अर्पित करें और दीपक जलाएं। वहीं रात में हमें भगवान यमराज को प्रसन्न करने के लिए घर के मेन गेट पर 13 दीपक और घर मे भी 13 दीपक जलाने चाहिए।
इस दिन क्या खरीदना चाहिए और क्या नहीं खरीदना चाहिए?:
धनतेरस पर कौन-सी चीजों को खरीदना शुभ होता है?
मान्यता है कि भगवान धनवंतरि का धातु पीतल है, इसलिए इस दिन पीतल के बर्तन को खरीदना शुभ माना जाता है। पीतल के अलावा आप धनतेरस के दिन सोने, चांदी और तांबे के सामान के साथ-साथ बर्तन को खरीद सकते हैं, क्योंकि ये चीजें आपके घर में आरोग्यता और समृद्धि लेकर आती है। इस दिन झाड़ू खरीदना भी शुभ माना जाता है, क्योंकि झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और नई झाड़ू को लाने से लक्ष्मी का आगमन होता है। इसके अलावा आप पान के पत्ते, धनिया, लक्ष्मी चरण, लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा, खील बताशे और नए वाहन या मशीनरी को भी खरीद सकते हैं।
धनतेरस पर कौन-सा सामान खरीदना अशुभ होता है?
धनतेरस का मतलब यह नहीं है कि आप इस दिन सभी चीजों की खरीददारी कर सकते हैं, बल्कि कई ऐसी चीजें होती हैं, जिन्हें अशुभ माना जाता है और माता लक्ष्मी जी इन्हें घर लाने से नाराज होती हैं।धनतेरस के दिन चीनी मिट्टी के शोपीस और लोहे के सामान को नहीं खरीदनी चाहिए, क्योंकि लोहे को शनिदेव का कारक माना जाता है, जो अशुभ है।साथ ही आप एल्यूमिनियम के बर्तन, या नुकीली और धारदार चीजें (चाकू, कैंची, पिन, सूई या कोई धारदार सामान) खरीदने से बचना चाहिए, जबकि प्लास्टिक का सामान और कांच के बर्तन को भी नहीं लेना चाहिए, क्योंकि कांच का संबंध राहु से होता है, इसलिए धनतेरस के दिन कांच खरीदने से बचना चाहिए।
धनतेरस पर कितने झाड़ू खरीदनी चाहिए?
इस दिन एक साथ तीन झाड़ू खरीदना बहुत शुभ माना जाता है. इस दिन लाई गई झाड़ू को कभी भी खुला ना रखें. माना जाता है कि इससे घर में कलह होती है. इसलिए धनतेरस के दिन लाई हुई झाड़ू को हमेशा ढककर रखना चाहिए।
हमें पुरानी झाड़ू को क्या करना चाहिए?
अपनी पुरानी झाड़ू को हमेशा किसी चीज में लपेटकर ही बाहर फेंकना चाहिए। यानी इसे छिपाकर बाहर करना चाहिए। ऐसा करना बहुत अशुभ माना जाता है। पुरानी झाड़ू को फेंकने के लिए अमावस्या और शनिवार का दिन शुभ माना जाता है।
क्या धनतेरस के दिन पैसा खर्च किया जा सकता है?
जी हां. आप इस दिन पैसा खर्च कर सकते हैं, लेकिन इस दिन कर्ज चुकाने या दूसरों से पैसा उधार लेने जैसे कार्यों से बचना चाहिए।
धनतेरस का महत्व?
मान्यता है की इस दिन बर्तन खरीदने के साथ-साथ सोने और चांदी से बने आभूषण को खरीदने की भी परंपरा बन गई। धनतेरस तिथि का 13 के अंक से खास कनेक्शन है, क्योंकि इस दिन खरीदी गई चीज 13 गुना ज्यादा फल देती है। ये भी कह सकते हैं कि इस दिन शुरू किया गया काम 13 गुना सफलता दिलाता है।
इसके साथ ही हिंदू संस्कृति में माना जाता है कि देवी लक्ष्मी केवल साफ-सुथरे घर में ही प्रवेश करती हैं, इसलिए धनतेरस पर लोग देवी लक्ष्मी को अपने निवास में आकर्षित करने और आमंत्रित करने के लिए अपने घरों की सफाई करते हैं। वे दीये जलाते हैं, रंगोली बनाते हैं और प्रवेश द्वार को सजाते है। कई लोग रात में भगवान यमराज की भी पूजा करते हैं और उनका आशीर्वाद पाने के लिए दीप जलाकर प्रार्थना करते हैं।
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